अपरोक्षानुभूति (Aprokshanubhuti)

5.00

भगवान् शंकराचार्य के द्वारा प्रणीत यह छोटी-सी पुस्तिका तत्त्वज्ञान के बहुमूल्य उपदेशों के रूप में आत्मसाक्षात्कार का महामन्त्र है। सरल अनुवाद के साथ उपलब्ध।

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